ताजा खबर
Mansoon Update: मानसून इस साल कब आएगा, कितनी होगी बारिश? IMD ने दिया ये अपडेट   ||    ‘महिलाओं के साथ छेड़खानी, मंदिरों को बनाया निशाना…’, मुर्शिदाबाद में हिंसा वाले दिन क्या हुआ, जानें प...   ||    ‘चुप नहीं बैठेगा पार्टी नेतृत्व’, ED की चार्जशीट में सोनिया-राहुल के नाम से आक्रोशित कांग्रेस, पूरे ...   ||    ‘फैसला खिलाफ हुआ तो भारत ठप…’, वक्फ एक्ट पर ‘सुप्रीम’ सुनवाई से पहले धमकी   ||    एक्सट्रा मैरिटल अफेयर विद बैनेफिट पर HC का बड़ा फैसला, जानें अपराध है या नहीं?   ||    नेशनल हेराल्ड केस में सोनिया-राहुल का नाम क्यों, वो सबकुछ जो जानना जरूरी? अब आगे क्या   ||    अमेरिका से ट्रेड वॉर के बीच चीन ने 85 हजार भारतीयों को दिया वीजा, कहा 'मित्रों का स्वागत है'   ||    यूक्रेन में जंग खत्म करने को लेकर रूस और अमेरिका के बीच नहीं बनी बात, जानें कैसे हैं हालात   ||    Employee ने टॉयलेट पेपर पर लिखा इस्तीफा, पढ़कर लोगों की आंखें हुईं नम   ||    टैरिफ के बाद डोनाल्ड ट्रंप के निशाने पर हार्वर्ड यूनिवर्सिटी, कहा- इस पर टैक्स लगाया जाना चाहिए, जान...   ||    अफगानिस्तान में 5.9 तीव्रता का भूकंप, दिल्ली-एनसीआर में भी महसूस किए गए झटके   ||    अफगानिस्तान के बाद इस देश में आया भूकंप, जानें कितनी रही तीव्रता   ||    IPL 2025: KKR पर ऐतिहासिक जीत से पॉइंट्स टेबल में पंजाब किंग्स की चांदी, इन टीमों की आई आफत   ||    ओलंपिक 2028 को लेकर IOC का बड़ा ऐलान, इस मैदान पर 128 साल बाद होगी क्रिकेट की वापसी   ||    PBKS vs KKR: ‘मैं हार की जिम्मेदारी…’ शर्मनाक हार के बाद फूटा कप्तान रहाणे का गुस्सा   ||    लोन सस्ता करके FD पर घटा दिया ब्याज, अब इस बड़े सरकारी बैंक से आई खबर   ||    Stock Market में आज कहां दिखेगा एक्शन? नोट कर लें ये 5 नाम   ||    सरकार का बड़ा ऐलान, AI और टेक्नोलॉजी स्टार्टअप्स को मिलेगा ₹10,000 करोड़ का तोहफा   ||    16 अप्रैल का इतिहास: राजनीति, विज्ञान और क्रांति के रंगों से सजा एक खास दिन   ||    Sankashti Chaturthi 2025: 16 अप्रैल को रखा जाएगा संकष्टी चतुर्थी, जानें शुभ मुहूर्त, मंत्र और चंद्रो...   ||    +++ 
Mansoon Update: मानसून इस साल कब आएगा, कितनी होगी बारिश? IMD ने दिया ये अपडेट   ||    ‘महिलाओं के साथ छेड़खानी, मंदिरों को बनाया निशाना…’, मुर्शिदाबाद में हिंसा वाले दिन क्या हुआ, जानें प...   ||    ‘चुप नहीं बैठेगा पार्टी नेतृत्व’, ED की चार्जशीट में सोनिया-राहुल के नाम से आक्रोशित कांग्रेस, पूरे ...   ||    ‘फैसला खिलाफ हुआ तो भारत ठप…’, वक्फ एक्ट पर ‘सुप्रीम’ सुनवाई से पहले धमकी   ||    एक्सट्रा मैरिटल अफेयर विद बैनेफिट पर HC का बड़ा फैसला, जानें अपराध है या नहीं?   ||    नेशनल हेराल्ड केस में सोनिया-राहुल का नाम क्यों, वो सबकुछ जो जानना जरूरी? अब आगे क्या   ||    अमेरिका से ट्रेड वॉर के बीच चीन ने 85 हजार भारतीयों को दिया वीजा, कहा 'मित्रों का स्वागत है'   ||    यूक्रेन में जंग खत्म करने को लेकर रूस और अमेरिका के बीच नहीं बनी बात, जानें कैसे हैं हालात   ||    Employee ने टॉयलेट पेपर पर लिखा इस्तीफा, पढ़कर लोगों की आंखें हुईं नम   ||    टैरिफ के बाद डोनाल्ड ट्रंप के निशाने पर हार्वर्ड यूनिवर्सिटी, कहा- इस पर टैक्स लगाया जाना चाहिए, जान...   ||    अफगानिस्तान में 5.9 तीव्रता का भूकंप, दिल्ली-एनसीआर में भी महसूस किए गए झटके   ||    अफगानिस्तान के बाद इस देश में आया भूकंप, जानें कितनी रही तीव्रता   ||    IPL 2025: KKR पर ऐतिहासिक जीत से पॉइंट्स टेबल में पंजाब किंग्स की चांदी, इन टीमों की आई आफत   ||    ओलंपिक 2028 को लेकर IOC का बड़ा ऐलान, इस मैदान पर 128 साल बाद होगी क्रिकेट की वापसी   ||    PBKS vs KKR: ‘मैं हार की जिम्मेदारी…’ शर्मनाक हार के बाद फूटा कप्तान रहाणे का गुस्सा   ||    लोन सस्ता करके FD पर घटा दिया ब्याज, अब इस बड़े सरकारी बैंक से आई खबर   ||    Stock Market में आज कहां दिखेगा एक्शन? नोट कर लें ये 5 नाम   ||    सरकार का बड़ा ऐलान, AI और टेक्नोलॉजी स्टार्टअप्स को मिलेगा ₹10,000 करोड़ का तोहफा   ||    16 अप्रैल का इतिहास: राजनीति, विज्ञान और क्रांति के रंगों से सजा एक खास दिन   ||    Sankashti Chaturthi 2025: 16 अप्रैल को रखा जाएगा संकष्टी चतुर्थी, जानें शुभ मुहूर्त, मंत्र और चंद्रो...   ||    +++ 

Fact Check: नवरात्रि पर पुलिस ने नहीं बरसाए पुजारी पर डंडे, 5 साल पुरानी घटना फर्जी दावे के साथ हो रही वायरल

Photo Source :

Posted On:Saturday, April 12, 2025

नवरात्रि के पावन अवसर पर सोशल मीडिया पर एक तस्वीर और वीडियो तेजी से वायरल हो रहा है, जिसमें दावा किया जा रहा है कि एक मंदिर में पूजा कर रहे पुजारी पर पुलिस ने डंडे बरसाए। पोस्ट में लिखा है कि यह घटना 2025 की नवरात्रि के दौरान हुई है। दावा किया जा रहा है कि सरकार के निर्देश पर मंदिरों को बंद कराया जा रहा है और पुजारियों के साथ दुर्व्यवहार किया जा रहा है। लेकिन जब इस वायरल दावे की गहराई से जांच की गई, तो सच कुछ और ही सामने आया। यह तस्वीर और वीडियो वर्तमान की नहीं, बल्कि 5 साल पुरानी यानी वर्ष 2020 की घटना से संबंधित है और इसे फर्जी दावे के साथ दोबारा फैलाया जा रहा है।

क्या है वायरल दावा?

सोशल मीडिया पर कई अकाउंट्स से एक वीडियो और कुछ फोटो शेयर की जा रही हैं, जिनमें एक पुलिसकर्मी को एक बुजुर्ग पुजारी पर लाठी चलाते हुए दिखाया गया है। पोस्ट के साथ लिखा गया है:“देखिए नवरात्रि में मंदिर में पूजा कर रहे पुजारी को कैसे पीटा जा रहा है। क्या यही है भारत की धर्मनिरपेक्षता?” इस पोस्ट को हजारों लोग शेयर कर चुके हैं और बहुत से यूज़र्स ने गुस्से और आक्रोश से भरी टिप्पणियां भी की हैं।

फैक्ट चेक: असलियत क्या है?

हमने इस वायरल दावे की जांच रिवर्स इमेज सर्च और पुराने न्यूज आर्टिकल्स के माध्यम से की। जांच के दौरान पता चला:

  • यह वीडियो पहली बार अप्रैल 2020 में सोशल मीडिया पर सामने आया था, जब देश में कोविड-19 लॉकडाउन के सख्त प्रतिबंध लागू थे।

  • यह घटना उत्तर प्रदेश के किसी मंदिर की बताई जा रही थी, जहां लॉकडाउन नियमों के उल्लंघन पर पुलिस ने मंदिर परिसर खाली करवाया था।

  • उस समय की खबरों में स्पष्ट रूप से बताया गया था कि यह कार्रवाई भीड़ को हटाने और लॉकडाउन के आदेशों का पालन कराने के लिए की गई थी — इसका किसी विशेष धर्म या पूजा से कोई लेना-देना नहीं था।

प्रशासन और पुलिस का क्या कहना है?

स्थानीय पुलिस अधिकारियों ने वायरल दावे को सिरे से खारिज करते हुए कहा:“यह वीडियो पुराना है। नवरात्रि 2025 से इसका कोई संबंध नहीं है। लोग भ्रामक जानकारी फैला रहे हैं जिससे समाज में सांप्रदायिक तनाव फैल सकता है। ऐसे पोस्ट करने वालों के खिलाफ कार्रवाई की जा रही है।”

सोशल मीडिया पर फेक न्यूज़ फैलाने वालों पर सख्ती

वायरल वीडियो को लेकर फैक्ट चेक एजेंसियों और कई स्थानीय प्रशासनिक संस्थानों ने चेतावनी जारी की है कि:

  • सोशल मीडिया पर पुरानी घटनाओं को नए दावे के साथ फैलाना कानूनन अपराध है।

  • साइबर क्राइम सेल ऐसे सभी अकाउंट्स की जांच कर रही है जिन्होंने यह फर्जी वीडियो शेयर किया है।

हमारी सलाह: शेयर करने से पहले करें सत्यापन

नवरात्रि जैसे धार्मिक पर्व के दौरान इस तरह की फर्जी खबरें समाज में अविश्वास, भ्रामकता और तनाव को जन्म देती हैं। इसलिए:

  • किसी भी फोटो या वीडियो को बिना जांचे शेयर न करें।

  • हमेशा भरोसेमंद न्यूज स्रोतों से ही जानकारी लें।

  • किसी पोस्ट पर अत्यधिक भावनात्मक भाषा हो तो सतर्क रहें — क्योंकि फेक न्यूज़ अक्सर इसी रणनीति का इस्तेमाल करती है।

निष्कर्ष:

वायरल वीडियो में दिख रही घटना नवरात्रि 2025 की नहीं, बल्कि अप्रैल 2020 की है। यह उस समय के लॉकडाउन के दौरान की गई पुलिस कार्रवाई थी और इसका किसी धार्मिक उत्पीड़न से कोई संबंध नहीं है। यह दावा पूरी तरह फर्जी, भ्रामक और तथ्यहीन है।


मुरादाबाद और देश, दुनियाँ की ताजा ख़बरे हमारे Facebook पर पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें,
और Telegram चैनल पर पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें



You may also like !

मेरा गाँव मेरा देश

अगर आप एक जागृत नागरिक है और अपने आसपास की घटनाओं या अपने क्षेत्र की समस्याओं को हमारे साथ साझा कर अपने गाँव, शहर और देश को और बेहतर बनाना चाहते हैं तो जुड़िए हमसे अपनी रिपोर्ट के जरिए. moradabadvocalsteam@gmail.com

Follow us on

Copyright © 2021  |  All Rights Reserved.

Powered By Newsify Network Pvt. Ltd.